तू इस कदर मुझे करीब लगता है.... जाँ निसार अख़्तर महत्वपूर्ण प्रगतिशील शायर और फ़िल्म गीतकार थे। फ़िल्म गीतकार जावेद अख़्तर के पिता।निदा फ़ाज़ली साहब उनके बारे में कहते है कि वो मरते दम तक जवान रहे। अख़्तर साहब की ग़ज़ल और उनकी ज़िन्दगी से रूबरू करवाएंगे आपको @RadioKaBachchan
तू इस कदर मुझे करीब लगता है.... जाँ निसार अख़्तर महत्वपूर्ण प्रगतिशील शायर और फ़िल्म गीतकार थे। फ़िल्म गीतकार जावेद अख़्तर के पिता।निदा फ़ाज़ली साहब उनके बारे में कहते है कि वो मरते दम तक जवान रहे। अख़्तर साहब की ग़ज़ल और उनकी ज़िन्दगी से रूबरू करवाएंगे आपको @RadioKaBachchan